तेरी मोहब्बत है

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संभलूं भी तो कैसे संभलू..
बहकाती तेरी मोहब्बत है

दिल तो है सीने पर....
धड़काती तेरी मोहब्बत है

दुनिया तो यूं कहती है..
है कशिश सी तेरे तरानों में 

मैं बस कलम उठाता हूं
लिखवाती तेरी मोहब्बत है।

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