खोया हुआ कलाकार ( कविता) (sad Kavita)
मैं भी अपने समय से थोड़ा पार था । कभी मेरे अंदर भी एक कलाकार था ।। वो खो गया, या चला गया है कहीं, मैं ढूंढता हूं बहुत, …
मैं भी अपने समय से थोड़ा पार था । कभी मेरे अंदर भी एक कलाकार था ।। वो खो गया, या चला गया है कहीं, मैं ढूंढता हूं बहुत, …
आ बैठ ज़िन्दगी........ , हिसाब करते हैं । चल देख कोई फुर्सत की शाम, फिर साथ मे लेंगे इक इक जाम, तू कागज़ कलम …
आज सड़क के चौराहे पर रुका जाम के कारण मै सबको जल्दी थी जाने की लगा था मै भी उस रण मैं ।। मुझसे बस थोड़ी ही आगे …
अन्ना हों हर हिन्दू में हर मुसलमान हो जाए कलाम ऐसे भारत को मेरा सलाम ऐसे भारत को मेरा सलाम।। जहाँ नफ…
जब सीमाओ ने था पुकारा माँ का बुलावा छोड़ आया मै फ़र्ज़ निभाने की खातिर कुछ क़र्ज़ पुराने छोड़ आया।। जो दिल से चाह…
ये तीन रंग की ओढ़नी, तुम मुझको ज़रा उढ़ा देना देश पे तन बलिदान किया , तुम इसका मान बढ़ा देना ये तीन रंग की...... आँसू का…
वो दीपक इस अंधियारे में वो छाँव धूप उजियारे मेँ मेरे लिए दुआए मांगती हर मन्दिर मस्जिद गुरूद्वारे में उसकी ममता क्या…
इक किताब का सूखा फूल फिर याद तेरी है दिला गया वो दबी छिपी धुँधली तस्वीरें दिल में फिर से सज़ा गया इक …
मुझको हर बार गिराती है मुझको हर बार उठाती है लगता है जेसे ज़िन्दगी कुछ तो सिखलाना चाहती है || हँसाती है,…